Firak Gorakhpuri Rubaiyan Gajal (9 : फ़िराक गोरखपुरी - रुबाइयाँ - ग़ज़ल) CBSE class 12 आरोह भाग 2 Chapter 9 : फ़िराक गोरखपुरी - रुबाइयाँ - ग़ज़ल summary with detailed explanation of the lesson Firak Gorakhpuri Rubaiyan Gajal along with meanings of difficult words. Given here is the complete explanation of the lesson, along with summary, explanation and questions and answers of each topic of lesson 9 : फ़िराक गोरखपुरी - रुबाइयाँ - ग़ज़ल.
कविता के आसपास
Q2. फ़िराक ने सुनो हो, रक्खो हो
आदि शब्द मीर की शायरी की तर्ज पर इस्तेमाल किये हैं । ऐसी ही मीर की कुछ गजले ढूंढ कर लिखिए ।
पाठ के साथ
टिप्पणी करें
* टिप्पणी करें (क) गोदी के चाँद और गगन के चाँद का रिश्ता। (ख) सावन की घटाएँ व रक्षाबंधन का पर्व। |
कविता के आसपास
Q1. इन रुबाइयों से हिंदी, उर्दू और लोकभाषा के मिले-जुले प्रयोगों को छाँटिए। |
Q2. फ़िराक ने सुनो हो, रक्खो हो आदि शब्द मीर की शायरी की तर्ज पर इस्तेमाल किये हैं । ऐसी ही मीर की कुछ गजले ढूंढ कर लिखिए । |