Naatak Me Naatak (5 : नाटक में नाटक) CBSE class 8 दूर्वा भाग 3 Chapter 5 : नाटक में नाटक summary with detailed explanation of the lesson Naatak Me Naatak along with meanings of difficult words. Given here is the complete explanation of the lesson, along with summary, explanation and questions and answers of each topic of lesson 5 : नाटक में नाटक.
2. नाटक की बात
“जब नाटक में अभिनय करने वाले कलाकार भी नए हों, मंच पर आकर डर जाते हों, घबरा जाते हों और कुछ-कुछ बुद्धू भी हों, तब तो अधूरी तैयारी से खेलना ही नहीं चाहिए।”
(क) ऊपर के वाक्य में नाटक से जुड़े कई शब्द आए हैं; जैसे–अभिनय, कलाकार और मंच आदि। तुम पूरी कहानी को पढ़कर ऐसे ही और शब्दों की सूची बनाओ।
तुम इस सूची की तालिका इस प्रकार बना सकते हो–
व्यक्तियों या वस्तुओं के नाम | काम |
---|---|
कलाकार, मंच | अभिनय |
............................ | .............. |
............................ | .............. |
1. पाठ से
(क) बच्चों ने मंच की व्यवस्था किस प्रकार की? |
(ख) पर्दे की आड़ में खड़े अन्य साथी मन-ही-मन राकेश की तुरतबुद्धि की प्रशंसा क्यों कर रहे थे? |
(ग) नाटक के लिए रिहर्सल की जरूरत क्यों होती है? |
2. नाटक की बात
3. शायर और शायरी
“सोहन बना था शायर।”
तुम किसी गज़ल को किसी पुस्तक में पढ़ सकते हो या किसी व्यक्ति द्वारा गाते हुए सुन सकते हो। इसमें से तुम्हें जो भी पसंद हो उसे इकट्ठा करो। उसे तुम समुचित अवसर पर आवश्यकतानुसार गा भी सकते हो। |
4. तुम्हारे संवाद
“श्याम घबरा गया। वह सहसा चुप हो गया। उसके चुप होने से चित्रकार और शायर महोदय भी चुप हो गए। होना यह चाहिए था कि दोनों कोई बात मन की ही बनाकर बात आगे बढ़ा देते।”
अगर तुम श्याम की जगह पर होते, तो अपने मन से कौन से संवाद जोड़ते। लिखो। |
5. सोचो ऐसा क्यों?
नीचे लिखे वाक्य पढ़कर प्रश्नों के उत्तर दो।
“राकेश को गुस्सा भी आ रहा था और रोना भी।”
(क) तुम्हारे विचार से राकेश को गुस्सा और रोना क्यों आ रहा होगा? |
नीचे लिखे वाक्य पढ़कर प्रश्नों के उत्तर दो।
“राकेश मंच पर पहुँच गया। सब चुप हो गए, सकपका गए।”
(ख) तुम्हारे विचार से राकेश जब मंच पर पहुँचा, बाकी सब कलाकार क्यों चुप हो गए होंगे? |
नीचे लिखे वाक्य पढ़कर प्रश्नों के उत्तर दो।
“दर्शक सब शांत थे, भौंचक्के थे।”
(ग) दर्शक भौंचक्के क्यों हो गए थे? |
नीचे लिखे वाक्य पढ़कर प्रश्नों के उत्तर दो।
“मैंने कहा था न कि रिहर्सल में भी यह मानकर चलो कि दर्शक सामने ही बैठे हैं।”
(घ) राकेश ने ऐसा क्यों कहा होगा? |
6. चलो अभिनय करें
कहानी में से चुनकर कुछ संवाद नीचे दिए गए हैं। उन संवादों को अभिनय के साथ बोलकर दिखाओ।
(क) चित्रकार महोदय हाथ में कूची पकड़े-आँखें नचा-नचाकर, मटक-मटककर बोल रहे थे, “अरे चमगादड़, तुझे क्या खाक शायरी करना आता है। ज़बरदस्ती ही तुझे यह पार्ट दे दिया। तूने सारा गड़बड़ कर दिया।” (ख) मोहन बोला, “मेरा तो दिल बहुत ज़ोरों से धड़क रहा है।” (ग) राकेश पहुँचते ही एक कुर्सी पर बैठते हुए बोला, “बोला, “आज मुझे अस्पताल में हाथ पर पट्टी बँधवाने में देर हो गई, तो तुमने इस तरह ‘रिहर्सल’ की है। ज़ोर-ज़ोर से लड़ने लगे।” (घ) चित्रकार महोदय ने हाथ उठाकर कहा, “देख, मुँह सँभालकर बोल।” |
7. शब्दों का फेर
“जब संगीत की स्वर लहरी गूँजती है तो पशु-पक्षी तक मुग्ध हो जाते हैं, शायर साहब! आप क्या समझते हैं संगीत को?”
इस संवाद को पढ़ो और बाताओ कि– (क) कहानी में इसके बदले किसने, क्यों और क्या बोला? तुम उसको लिखकर बताओ। (ख) कहानी में शायर के बदले गाजर कहने से क्या हुआ? तुम भी अगर किसी शब्द के बदले किसी अन्य शब्द का प्रयोग कर दो तो क्या होगा? |
8. तुम्हारा शीर्षक
इस कहानी का शीर्षक ‘नाटक में नाटक’ है। कहानी में जो नाटक है तुम उसका शीर्षक बताओ। |
9. समस्या और समाधान
कहानी में चित्रकार बना मोहन, शायर बना सोहन और संगीतकार बना श्याम अपनी-अपनी कला को महान बताने के साथ एक-दूसरे को छोटा-बड़ा बताने वाले संवादों को बोलकर झगड़े की समस्या को बढ़ावा देते दिख रहे हैं। तुम उन संवादों को गौर से पढ़ो और उसे इस तरह बदलकर दिखाओ कि आपसी झगड़े की समस्या का समाधान हो जाए। चलो शुरुआत हम कर देते हैं; जैसे–’चित्रकार कहता है उसकी कला महान’ के बदले अगर चित्रकार कहे कि ‘हम सबकी कला महान’ तो झगड़े की शायद शुरूआत ही न हो। अब तुम यह बताओ कि–
(क) संगीतकार को क्या कहना चाहिए? (ख) शायर को क्या कहना चाहिए? (ग) तुम यह भी बताओ कि इन सभी कलाकारों को तुम्हारे अनुसार वह संवाद क्यों कहना चाहिए? |
10. वाक्यों की बात
नीचे दिए गए वाक्यों के अंत में उचित विराम चिह्न लगाओ–
(क) शायर साहब बोले उधर जाकर सुन ले न (ख) सभी लोग हँसने लगे (ग) तुम नाटक में कौन-सा पार्ट कर रहे हो (घ) मोहन बोला अरे क्या हुआ तुम तो अपना संवाद भूल गए |